लघुकथा
फतवा
पवित्रा अग्रवाल
नजमा ने जब से टी वी पर मुजफ्फरनगर की इमराना की खबर सुनी है तब से वह बहुत परेशान है ।पाँच बच्चों की माँ इमराना ने अपने सगे ससुर पर बलात्कार का आरोप लगा कर उसे सजा दिलानी चाही थी पर उलेमाओं ने फतवा जारी कर दिया कि अब से इमराना अपने पति के लिए हराम है । वह अपने पति को बेटा माने और ससुर की पत्नी बन कर रहे ।'
पर नजमा क्या करे, उसकी तो अभी शादी भी नहीं हुई है । उसके साथ तो सगा भाई और अब्बा दोनो बलात्कार करते रहे हैं पर वह अब तक शिकायत की हिम्मत नहीं जुटा पाई । यदि वह अब्बा और भाईजान दोनो पर पंचायत में इल्जाम लगाती है तो पता नहीं यह मौलवी और उलेमा उसके लिए क्या फतवा जारी करेंगे ?बाप की बीबी बनने को कहेंगे या भाई की ?
मेरे ब्लोग्स ---