Thursday, October 3, 2013

जागरूकता

लघु कथा      
                     जागरूकता
                                
                                                               पवित्रा अग्रवाल      
         
 राम अम्मा कई दिन से पीछे पड़ी थी--"अम्मा एक छोटा टी.वी.दिलवा दो,पगार में से सौ रुपये हर  महीने कट कर लेना, बच्चियाँ बहुत पीछे पड़ रही हैं।'
  आखिर मैंने उसे एक ब्लैक एंड व्हाइट पोर्टेबिल टी.वी. दिलवा दिया।
 कुछ दिन बाद ही वह बोली -- "अम्मा,टी.वी.वापस नहीं हो सकता क्या ?'
" अब अचानक क्या हो गया, तब तो टी. वी के लिये पीछे पड़ी हुई थी ?'
 "क्या करूँ अम्मा टी.वी. देख कर तो बच्चियों का दिमाग खराब हो गया है, कहती हैं"--"छोटे बच्चों   से काम नहीं कराना चाहिए ,अब हम तेरे साथ काम पर नहीं जाएगे, हमें स्कूल जाना है।'
"अम्मा हम भी पढाना  चाहते है लेकिन  दोनो मिल कर डेढ़ हजार से ऊपर कमा लेती हैं , आप ही बोलो स्कूल को भेज दूँ तो कैसे गुजारा होगा ?'
पवित्रा अग्रवाल
   
email--
agarwalpavitra78@gmail,com

--
-पवित्रा अग्रवाल

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1 Comments:

At December 17, 2013 at 3:04 AM , Anonymous Anonymous said...

Nice post.If you like hindi story to read then visit this link.

Real stories in Hindi


 

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